बुधवार, 26 मार्च 2008

लघुकथा

लघुकथा

1 टिप्पणी:

बेनामी ने कहा…

आपका ब्‍लॉग नाम अच्‍छा लगा। एक नैनो भेज रहा हूं, लघुकथा की तरह छोटी तो नहीं, पर छोटी है लेकिन गुणों में बड़ी. ऐसी हो जाए यद‍ि कार तैयार तो मनेंगे खूब त्‍योहार. मैं जानना चाहता हूं इस पर आपके विचार.
अविनाश वाचस्‍पति