साहित्य में आने से पहले मे माधव नागदा( एक साहित्यकार) से मिला था जोकि हिन्दी साहित्य मे अपनी रचनाशील कहानियो की वजह से जाने जाते है .मै कई दिनों से उनको केन्द्र मै रखकर एक लघुकथा लिखना चाहता था । अब मेरा वो सपना सच होने वाला है.जल्द ही आप सब उस संघरशील व्यक्तित्व के बारे मै जान पाए गे .
चंद्रपाल सिंह.
सोमवार, 25 फ़रवरी 2008
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